यात्री जल्द ही एक टैबलेट पर अपने ट्रेन के खाने को रेटिंग दे सकेंगे

प्रीमियम ट्रेनों पर यात्रियों को जल्दी ही लॉन्च होने वाली एक योजना के अंतर्गत खाने वाले भोजन का फीडबैक देने  का मौका मिलेगा। वह खाना खाने के तुरंत बाद ही बता सकेंगे कि खाना अच्‍छा, बुरा या खराब था। रेल मंत्रालय खाने की क्वालिटी सुधारने और यात्रियों की शिकायतों का तुरंत निवारण करने के लिए एक नई योजना शुरू करने जा रही है।

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आईआरसीटीसी के मुख्‍य प्रवक्‍ता, पिनाकिन मोरावाला ने कहा कि, “यह नया सिस्‍टम आधिकारिक तौर पर अगले कुछ हफ्तों में मुंबई राजधानी में लॉन्‍च किया जाएगा। रेलवे इस स्‍कीम का ऑफलाइन वर्जन भी पेश करेगी, क्‍योंकि यात्रा के दौरान कई जगह इंटरनेट कनेक्‍शन की दिक्‍कत आती है। टैबलेट के सॉफ्टवेयर में यात्री का नाम, फोन नंबर और ट्रेन डिटेल्‍स रिकॉर्ड होगी। इसके बाद यात्रा के दौरान मिले भोजन की गुणवत्‍ता से संबंधित कुछ सवाल होंगे, जिनका जवाब यात्रियों को देना होगा”।

भोजन की गुणवत्ता, कर्मचारी व्यवहार और अन्य संबंधित मुद्दों पर यात्रियों की प्रतिक्रिया को रिकॉर्ड करने के लिए रेलवे द्वारा विभिन्न रेल जोनों में भारतीय रेलवे केटरिंग और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) के ऑन-बोर्ड पर्यवेक्षकों को लगभग 100 टेबलेट्स दी गई हैं।

नए सिस्‍टम में, यात्री परोसे गए खाने के लिए उसकी क्‍वालिटी, मात्रा, प्रजेंटेशन, स्‍टाफ आचरण और ओवरऑल सेटिसफेक्‍शन पर 1 से लेकर 5 तक रेटिंग कर सकेंगे. यदि रेटिंग 3 या इससे कम है तो यात्री से उसकी समस्‍या पूछी जाएगी।

आईआरसीटीसी के पास अब तक 40 ट्रेनें हैं और शुरू में इस फीडबैक प्रणाली को प्रीमियम ट्रेनों – राजधानी, दुरंतो और शताब्दी में पेश किया जाएगा।