रेलवे जल्द ही लागू करेगा ये 20 मेड-इन-इंडिया इनोवेशन

रेलवे बोर्ड ने ट्रेन यात्रा को सुरक्षित और आरामदायक बनाने के लिए अपने कर्मचारियों द्वारा सुझाए गए 20 आधुनिक तरीकों को लागू करने का निर्णय लिया है।

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इन आधुनिक तरीकों में ट्रेन के रवाना होने से कुछ मिनट पहले यात्रियों को अलर्ट करने की चेतावनी, मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से कोचों के अंदर वास्तविक समय में सीसीटीवी निगरानी शामिल है।

बड़े पैमाने पर इन विचारों के कार्यान्वयन के लिए सभी ज़ोनल महाप्रबंधकों और उत्पादन इकाइयों को एक आदेश जारी किया गया है।

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20 नये तरीकों में तकनीकी सुरक्षा को बढ़ाने से लेकर यात्री सुविधा बढ़ाने तक सब कुछ शामिल है। प्रमुख बातें निम्नलिखित है:

रेल पटरियों में ख़ामियों का पता लगाने के लिए उपकरण:

उत्तर मध्य रेलवे ने रेल के अल्ट्रासोनिक दोषों का पता लगाने के लिए एक प्रणाली विकसित की है, मालदा डिवीजन ने पटरियों की गति और तापमान की निगरानी के लिए पाइरोमीटर्स लागू किया है। इलाहाबाद डिवीजन ने चलने वाली ट्रेनों में हॉट एक्सल बॉक्स के लिए एक डिटेक्टर विकसित किया है जो ट्रेन को डीरेल होने से रोकने में मदद करेगा।  


नैचुरल वाटर कूलर:

पश्चिमी रेलवे ने बिजली की बिना खपत किये, 1. 25 लाख रुपये की लागत से दस साल तक चलने वाले वाटर कूलर विकसित किये हैं। ये कूलर पहले ही बोरीवली, दहानू रोड, नंदुरबार, उधना और बांद्रा रेलवे स्टेशनों पर लगाये जा चुके हैं।

ट्रेन शुरू होने की चेतावनी के लिए बेल वार्निंग:

इसमें एक बेल सिस्टम यात्रियों को अलर्ट करता है कि ट्रेन, प्लेटफॉर्म से दो मिनट में निकल जायेगी। यह इलाहाबाद जंक्शन रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर पहले से ही उपयोग में लाई जा रही है।

CCTV फुटेज की रियल टाइम मॉनिटरिंग:

 रियल टाइम में ट्रेनों की CCTV फुटेज की निगरानी करने के लिए एक प्रणाली विकसित की गयी है। उत्तर मध्य रेलवे ने इस प्रणाली को विकसित किया है और इसे हमसफर ट्रेनों के सभी 18 डिब्बों में पहले ही स्थापित कर दिया गया है।

वायु गुणवत्ता की निगरानी:

रेलवे, वायु की गुणवत्ता की निगरानी पर भी विशेष ध्यान दे रहा है ।इसके लिए उपकरण उत्तर मध्य रेलवे द्वारा विकसित किए गए हैं और इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर स्थापित किए गए हैं।

पश्चिमी रेलवे द्वारा अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इन पहलों के कार्यान्वयन की जानकारी की पुष्टि की गई थी:

इस नयी पहल को अगले 60 दिनों के भीतर बड़े पैमाने पर लागू किया जाएगा।