रेलवे ने दिव्यांग यात्रियों के लिए चुनिंदा ट्रेनों में निर्धारित की बर्थ

भारतीय रेलवे ने चुनिंदा ट्रेनों में दिव्यांग यात्रियों और उनके परिचारकों के लिए बर्थ (निचली बर्थ) निर्धारित करने के अपने निर्णय की घोषणा की है।

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इसका उद्देश्य ऐसे यात्रियों के लिए आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करना है। हालाँकि यह सुविधा फिलहाल मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों तक ही सीमित है। यह प्रावधान उसी का विस्तार है जो पहले से ही बुज़ुर्गों और अकेले या छोटे बच्चों के साथ यात्रा करने वाली महिलाओं के लिए था।

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भारतीय रेलवे पहले से ही दिव्यांग व्यक्तियों की चार श्रेणियों को किराये में रियायत प्रदान करता है, जिनमें अस्थि विकलांग/पैराप्लेजिक व्यक्ति और मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति शामिल हैं जो बिना एस्कॉर्ट के यात्रा नहीं कर सकते, पूर्ण रूप से अंधे व्यक्ति और अकेले या एक एस्कॉर्ट के साथ यात्रा कर रहे पूरी मूक-बधिर यात्री भी शामिल हैं।

रेलवे बोर्ड ने 31 मार्च, 2023 को अपने विभिन्न ज़ोन्स को जारी किये गये आदेश में कहा है कि स्लीपर क्लास में चार बर्थ (दो लोअर और दो मिडिल), एसी में दो बर्थ (एक लोअर और एक मिडिल), 3E में दो बर्थ (एक निचला और एक मध्य) दिव्यांगों और उनके परिचारकों के लिए आरक्षित होंगी।


गरीब रथ ट्रेनों में विकलांग व्यक्तियों के लिए दो निचली बर्थ और दो ऊपरी बर्थ आरक्षित होती हैं, लेकिन उन्हें इस सुविधा के लिए पूरा किराया देना होगा। इसके अलावा, एसी चेयर कार ट्रेनों में विकलांग व्यक्तियों के लिए दो सीटें आरक्षित होंगी।

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