कुम्भ बना लोक कलाओं का संगम स्थल!

अर्ध कुम्भ, ना केवल धार्मिक और आध्यात्मिक विश्वासों का महापर्व है बल्कि यह भारत भर के विविध लोक कलाओं की संगम स्थली के रूप में भी उभरा है। भारत सरकार ने देश के अलग-अलग प्रांतों के लोक नृत्यों और कलाओं को इस सम्मलेन में विश्वस्तरीय मंच प्रदान किया है।

प्रयागराज में हो रहे इस पर्व में बिहू, छाऊ, घूमर, चारी जैसे कई लोक नृत्यों का मंचन प्रतिदिन संपन्न हो रहा है।

भारत की अद्भुत लोक कलाओं की झलकियाँ इन तस्वीरों में देखी जा सकती है:

1. संथली नृत्य: 

2. छाऊ नृत्य:

3. शंखवादन:

4.  बाउल नृत्य: